ख़ूँख़ार दानव

एक गॉंव में एक बड़े ही ख़ूँख़ार दानव ने अपना आतंक फैला रखा था। वो रात में जब चाहे गाँव में घुस जाता था और इंसानों को अपना शिकार बना लेता था। उसकी इस खौफनाक हरकत से गॉंव का हर इंसान बहुत डरता था।इसलिए उसके आतंक से छुटकारा पाने के लिए सारे गॉंव वाले इकठे हुए।

काफी देर तक बातचीत करने के बाद भी गॉंव वालो के पास कोई समाधान नहीं निकलता। उस विशाल दानव से लड़ने के लिए कोई भी सामने नहीं आ रहा था।दानव के सिर्फ नाम से ही गॉंव वालों के बीच दहशत फ़ैल जाती थी इसलिए उससे टकराने की हिम्मत कोई भी जुटा नहीं पा रहा था। बिना किसी समाधान के ही सारे गॉंव वाले अपने-अपने घर निकल जाते है। रोज़ की तरह खूंखार दानव गॉंव में आता है।  उसकी आहट सुनते ही सब अपने-अपने घरो के दरवाज़े बंद करके छुप जाते है।



दानव ताज़ा मांस की तलाश में गॉंव के चक्कर लगाने लगता है तभी उसको इंसानी मांस की सुगंध आई।

इंसान की सुगंध सूंघते-सुंघते दानव जंगल की ओर निकल जाता है। वहां जाकर वो देखता एक आदमी पेड़ के नीचे सो रहा है। उसे देख दानव बहुत खुश होता है। इतने में वो आदमी उठ जाता है और अपने सामने इतने विशाल दानव  को देखकर घबरा जाता हैं और अपनी जान की भीख मांगने लगता है।

जब उसे समझ आ जाता है की दानव उसे छोड़ेगा नहीं तो वो उससे बचने के उपाय के बारे में सोचने लगता है।थोड़ी देर बाद उसे अपने दादी के सिखाए गये मंत्रो की याद आती है जिससे वो किसी की भी आँखों में जलन उत्पन्न कर सकता था तभी उसने  मंत्रो को इस्तेमाल करने की सोची।

हो जाए इस दानव की नसों में हलचल
और हलचल से उत्पन्न हो इसकी आँखों में जलन ।

आदमी के मन्त्र पढ़ते ही दानव की आँखों में जलन होने लगती है और वो ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने  लगता है। उसकी आवाज़ गांव तक पहुंच जाती है और सभी गॉंव वाले डरते-डरते जंगल में आ जाते है। जब वो सारे वहां पहुँचते है तो दानव की बुरी हालत देख वो सब हैरान हो जाते है। इतने में वो दानव वहां से दुम-दबा कर भाग जाता है। तभी गॉंव वाले उस आदमी से उसके बारे में पूछते है। जिसपर वो कहता है।

मैं व्यापार के लिए पास के ही गॉंव से आया हूँ। मैं शहर जा रहा था।  रात बहुत हो गई थी तो मैंने सोचा की मैं यहाँ थोड़ा आराम कर लूँ, लेकिन ये ख़ूँख़ार दानव यहाँ आ गया।

ये सुनाने के बाद गॉंव वालों ने उसे दानव को अकेले ही धूल चटाने का राज़ पूछा। जिसपर उसने बोला।

आदमी बताता हैं मेरी दादी एक तांत्रिक है उन्होंने मुझे अपनी सुरक्षा करने के लिए छोटे-मोटे मन्त्र सिखाये हुए है। उसकी की बदौलत आज मैं ज़िंदा हूँ।

ये सब सुन गॉंव वालों ने उस आदमी से उनकी मदद करने की  जिसपर उस आदमी ने उन सबकी मदद के लिए अपनी दादी को बुलाने का वादा किया। आदमी की बात सुनकर सभी गॉंव वाले बहुत ही खुश हुए । अगले ही दिन वो आदमी अपनी दादी को गॉंव में ले आता है। गॉंव वालों  सारी बातें सुन दादी ने बोला।


दादी कहती हैं आप सबको आज रात को मिलकर एक बड़ा यज्ञ करना पड़ेगा उस यज्ञ को करने पर उस दानव की ताक़तें कम हो जाएँगी। उसके बाद मैं सब सँभाल लुंगी।



दादी की बात मानकर सब रात में यज्ञ करने की तैयारी शुरू कर देते है। रात होते ही खूंखार दानव बदला लेने के लिए फिर से गॉंव में आता है। सबको एक साथ देख वो बहुत खुश होता है और सोचता है की आज इन सब का काम तमाम करूँगा। दानव को देखकर सभी डर जाते है लेकिन वो अपनी पूजा बंद नहीं करते और यज्ञ करते रहे है।

खुँखार दानव हस्ता हुआ कहता है हाहाहा क्या बात है? आज तुम लोगों को मुझसे डर नहीं लग रहा है। हहहह, कोई नहीं जब मैं एक एक करके तुम लोगो को खाना शुरू करूँगा तब तुम लोगो को पता चलेगा।

लेकिन जैसे ही दानव उनके पास जाता है तो उसकी शक्तियां कमजोर पड़ने लगती है जिस वजह से उसका शरीर हिल भी नहीं पाता और वही गिर जाता है। इतने में दादी वहां आकर दानव को वहां से चले जाने के लिए बोलती है। लेकिन दानव गॉंव छोड़ने के लिए साफ मना कर देता है और साबसे बदला लेने की भी धमकी देता है। जिसपर दादी उसे बोलती है। मुझे पता है तेरी जान तेरी नाभि में है अगर मैं वहां वार करूँ तो तू अभी का अभी भगवान् को प्यारा हो जायेगा।


ये बात सुनकर दानव घबरा जाता है। लेकिन अपने घमंड में आकर वो गॉंव छोड़ने से मना कर देता है। ये देखकर दादी को बहुत ही गुस्सा आता है और वो दानव की नाभि पर अपने जादुई डंडे से वार कर देती है और दानव वहीँ मर जाता है। ऐसे दानव अपने घमंड में चूर होकर अपनी मौत को खुद ही आमंत्रित कर देता है।


इस कहानी से ये सीखने को मिलती है की साथ मिलकर अगर कोई काम किया जाए तो उसमें सफलता ज़रूर मिलती है। 

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