जंगल गैंग

किसी जंगल में बहुत सारे जानवर रहते थे। वह सभी हमेशा खूब मस्ती किया करते थे | और हर मुसीबत में एक दूसरे के साथ खड़े रहते थे। एक दिन, कुछ जानवर साथ बैठकर बातें कर रहे होते है कि तभी गप्पू बंदर भागता हुआ उनके पास आता है।

और बोला सुनो सब लोग - “एक मुसीबत आ गई कुछ इंसान हमारे जंगल के बाहर खड़े हैं। वह इस पूरे जंगल को काट कर इसकी जगह एक बड़ा शॉपिंग मॉल और लोगो के रहने के लिए घर बनाने वाले हैं।”

शेरख़ा कि बात पर सभी उसकी हां में हां मिलाते है और जंगल की सीमा की तरफ बढ़ते हैं। वहां उन्हें कुछ लोग बड़ी, बड़ी मशीनों के साथ खड़े नज़र आते है। उन सभी इंसानों को देख कर शेरख़ा को बहुत गुस्सा आता है, और वो दहाड़ने लगता है 
शेरख़ा शेर  इन्हें भागने कि तरकीब निकलता है वो गप्पू को कहता है मै  दहाड़ लगाऊंगा और तुम पेड़ो पर झूलते हुए सभी पर पत्थर मरोगे और फिर बल्लू और मैं भागते हुए उनके पास जायेंगे।

वह सभी वैसे ही करते है जैसा शेरख़ा उन्हें करने के लिए बोलता है। थोड़ी ही देर में सभी इंसान वहाँ से भाग जाते हैं। उन्हें वापस जाते देखकर सभी जानवर बहुत खुश हो जाते हैं।

सभी जानवर खुश हो जाते है और वापस अपने घर आकर आराम से बैठ जाते हैं। अगली सुबह, वह इंसान जंगल में दोबारा वापस आ जाते हैं और खुदाई करने लगते हैं। यह सब देखकर गप्पू जल्दी से अपने दोस्तों के पास जाता है।और कहता है 
वापस आ गए ! वह फिर वापस आ गए। और अब तो हमारे जंगल की खुदाई भी करने लगे हैं।

एक तरफ सभी जानवर इंसानों पर हमला करने कि योजना बना रहे होते हैं तो वहीं दूसरी तरफ पोपट तोता अपने दोस्तों के पास जाते हुए, रास्ते में इंसानों को बात करते सुन लेता है।

वह मौजूद आदमी कहता है   हमें जल्द ही अपना काम पूरा करना होगा, नहीं तो यह जानवर हमें मार कर खाने में वक़्त नहीं लगाएंगे चलो जल्दी यहाँ नदी के लिये रास्ता बनाते है और अपना काम खत्म करके यहाँ से चलते है।यह सुन कर पोपट तोता 
हैरान होते हुए bola  हाय रमा ! यह लोग तो हमारी मदद करने आये हैं और हम सब इन्हें मारने चले थे। मुझे जल्द से यह सबको बताना होगा।



पोपट तोता सबको सच बताने के लिए शेरख़ा की गुफा के पास पहुँचता है, लेकिन जब तक वह गुफा के पास पहुँचता है, उसके सभी दोस्त इंसानों पर हमला करने के लिए निकल गए होते हैं।

पोपट तोता जल्द ही एक बार फिर से उड़ान भरता है और उस जगह पहुँचता है जहाँ इंसान खुदाई कर रहे थे। वहाँ पहुंचते ही वह देखता है कि वहाँ कोई भी इंसान नहीं है और उसके सभी दोस्त ख़ुशी से नाच रहे हैं।तभी बल्लू भालू बोलै आज हमने उन सभी इंसानों को इस तरह डराया है कि इसके बाद वह कभी, किसी भी जंगल में घुसने के बारे में नहीं सोचेंगे।तभी पोपट तोता गुस्से में बताया  दोस्तों, यह सब तुमने बिलकुल भी सही नहीं किया। वह इंसान यहाँ हमारा घर तोड़ने नहीं बल्कि हम सभी के लिए इस जंगल में नदी का रास्ता बनाने आये थे, जिससे हमें कभी पानी की कोई दिक्कत न हो।

पोपट तोते कि बात सुनते ही सभी जानवर एकदम हक्के-बक्के रह गए और गुस्से में गप्पू की तरफ देखने लगे और कहने  लगे वो तुम ही थे न जिसने हमें बताया की वो इंसान हमारा घर तोड़ने ऐ है तभी गप्पू बंदर सर झुका बोला बस जंगल में घूम रहा था कि मैंने कुछ इंसानों को मशीनों के साथ जंगल के बाहर खड़े कुछ बातें करते हुए और इशारा करते हुए देखा।यह देखकर मुझे लगा कि वह हमारा जंगल तोड़ने आये है, इसीलिए में सीधा आप सभी के पास आ गया। मैंने उन इंसानों कि बात नहीं सुनी थी। वह सभी अपने किये पर बहुत पछताते हैं, लेकिन वो कहते है ना कि “ अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गयी खेत ”

शिक्षा:- कि अधूरी जानकारी हमेशा हानिकारक होती है।  

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